हरी-भरी वादियों, ऐतिहासिक धरोहरों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध शिवपुरी, मध्यप्रदेश का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां का हर स्थान एक कहानी कहता है। चाहे वह इतिहास से जुड़ी हो या प्रकृति के अद्भुत नजारों से। आइए, जानते हैं शिवपुरी जिले के कुछ प्रमुख पर्यटक स्थलों के बारे में।
1. माधव नेशनल पार्क
माधव नेशनल पार्क, शिवपुरी का सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। 1958 में स्थापित इस पार्क का नाम ग्वालियर राज्य के महाराजा माधवराव सिंधिया के नाम पर रखा गया है। यह पार्क टाइगर रिजर्व के रूप में भी प्रसिद्ध है।
प्रमुख आकर्षण:
चीतल, सांभर, नीलगाय, तेंदुआ, और बाघ।
जॉर्ज कैसल, जिसे 1911 में किंग जॉर्ज पंचम के लिए बनाया गया था।
माधव और सांख्य सागर झीलें, जहां सैकड़ों प्रवासी पक्षियों का बसेरा है।
2. सुरवाया की गढ़ी
शिवपुरी से लगभग 20 किमी दूर स्थित यह किला ऐतिहासिक धरोहर का अद्भुत उदाहरण है। यह किला प्राचीन वास्तुकला का प्रमाण है और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए यह जगह बेहद खास है।
3. नरवर किला
नरवर किला, शिवपुरी जिले का एक ऐतिहासिक रत्न है। यह किला लगभग 10वीं शताब्दी का है और यह अपनी भव्यता और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। किले के भीतर कई प्राचीन मंदिर, महल और जलकुंड हैं। रानी पद्मावती और राजा नल की प्रेम कथा भी इस किले से जुड़ी हुई है।
4. सुल्तानगढ़ फॉल
शिवपुरी से लगभग 50 किमी की दूरी पर स्थित सुल्तानगढ़ फॉल प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत नमूना है। मानसून के दौरान यह झरना अपनी पूरी भव्यता में होता है, और इसका पानी चारों ओर हरियाली को अद्भुत दृश्य प्रदान करता है। यह स्थान पिकनिक और एडवेंचर प्रेमियों के लिए एक आदर्श जगह है।
5. छत्री परिसर
ग्वालियर राजघराने की छत्रियां शिवपुरी के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाती हैं। मुगल और राजपूत वास्तुकला के मेल से बनी यह छत्रियां पर्यटकों को अतीत की झलक देती हैं। यहाँ की नक्काशी और डिजाइन पर्यटकों को आकर्षित करती है।
6. भदैया कुंड
भदैया कुंड एक प्राकृतिक जलकुंड है, जहां पानी के बहाव का संगीत पर्यटकों को आनंदित करता है। मानसून के दौरान यह स्थान और भी सुंदर हो जाता है। यह स्थान पिकनिक के लिए उपयुक्त है।
7. पनरिया नाथ फॉल
यह शिवपुरी का एक और खूबसूरत झरना है, जो अपनी शांत और सुरम्य जगह के लिए जाना जाता है। यहाँ का जलप्रवाह और आसपास की हरियाली इसे प्रकृति प्रेमियों के लिए खास बनाती है। यह झरना शिवपुरी जिले के खनियाधाना तहसील से करीब 25 किलोमीटर दूर हैं।
8. अन्य प्राचीन गढ़ियाँ और धरोहरें
शिवपुरी जिले में नरवर किले के अलावा कई प्राचीन गढ़ियाँ और धरोहरें हैं, जो इसके गौरवशाली इतिहास की गवाही देती हैं। इनमें करेरा की पुरानी गढ़ी और खनियाधाना की प्राचीन संरचनाएँ शामिल हैं। इन गढ़ियों की वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
शिवपुरी: एक अनमोल खजाना
शिवपुरी के ये स्थल न केवल इसकी प्राकृतिक और ऐतिहासिक संपदा को उजागर करते हैं, बल्कि यहाँ के सांस्कृतिक महत्व को भी दर्शाते हैं। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं, जिसमें बेहतर सड़क, गाइड सेवाएँ, और ठहरने के लिए सुविधाजनक स्थान शामिल हैं।