मकर संक्रांति के अवसर पर शहर के मंदिरों पर मंगलवार की सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। आज सुबह से ही लोग जलाशयों और कुओं आदि पर स्नान कर मंदिरों पर पहुंचे और पूजा-अर्चना कर दान-पुण्य किया। साथ ही शहर और जिले के विभिन्न इलाकों में खिचड़ी वितरण का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने प्रसादी ग्रहण की।
बाणगंगा मंदिर में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब -
शिवपुरी शहर के प्राचीन बाणगंगा मंदिर में मकर संक्रांति पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी। भक्तों ने कुंडों में भरे पवित्र जल में स्नान कर पूजा-अर्चना की। मंदिर के पुजारी ने बताया कि मकर संक्रांति पर गंगा स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने तिल, गुड़, खिचड़ी और कपड़े दान किए। मकर संक्रांति के अवसर पर जिले में कई सामाजिक संगठनों और धार्मिक समितियों द्वारा खिचड़ी वितरण किया गया। बाणगंगा मंदिर, कलेक्ट्रेट चौराहा, कोर्ट रोड और अस्पताल परिसर के साथ कोलारस के धर्मशाला हनुमान मंदिर मपर सुबह खिचड़ी वितरण किया गया। लोगों ने प्रसादी ग्रहण कर पर्व का आनंद लिया। मकर संक्रांति पर लोगों में पर्व को लेकर उत्साह देखने को मिला। कई स्थानों पर पंतगबाजी का आयोजन भी किया गया। बच्चों और युवाओं ने पतंग उड़ाकर पर्व का आनंद लिया।
हल्का कोहरा और दिन में खिली धूप से मिली राहत -
मकर संक्रांति के दिन शिवपुरी में मौसम ने करवट ली। सुबह हल्का कोहरा छाया रहा, लेकिन जल्द ही सूरज की किरणों ने सर्दी से राहत दिलाई। पिछले कुछ दिनों से जिले में ठंड का असर तेज हो गया था। सोमवार की दोपहर को अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक ही पहुंच सका था, जो सामान्य से 1 डिग्री कम है। वहीं, रात के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। आज रात न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया था। हालांकि, आज मकर संक्रांति की सुबह हल्के कोहरे के बाद धूप निकलने से लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिली। लेकिन ठंडी हवाओं के चलते सुबह और शाम के समय सर्दी का असर बरकरार रहा।