बिना बताये मायके से ससुराल निकल पड़ी थी महिला -
जानकारी के मुताबिक़ 30 साल की कमलेश बघेल एक जनवरी को अपनी ससुराल पारागढ नरवर से अपने मायके शिवपुरी की दर्पण कालोनी में अपने डेढ़ साल के बेटे रियांश और तीन साल की बेटी रियाना के साथ आ गई थी। तभी से वह अपने मायके रुकी हुई थी। लेकिन सोमवार की सुबह वह अपने डेढ़ साल के बेटे रियांश को लेकर घर से बिना बताये निकल गई थी। तभी से वह लापता हो गई थी।
मोबाइल कॉल से हुआ खुलासा -
कमलेश अपने डेढ़ साल के बेटे रियांश नरवर के लिए बस में सवार होकर निकली थी और रास्ते में नरवर-सतनबाड़ा मार्ग पर मड़ीखेड़ा डेम के पास उतर गई थी। इसका पता एक फोन कॉल के जरिये लगा। बताया गया हैं कि रास्ते में बस में सवार एक महिला के फोन से कमलेश ने अपने पति को फोन लगाया था। लेकिन उसके पति ने फोन रिसीव नहीं किया था। बाद में जब कमलेश लापता हो गई। तब भोलाराम बघेल ने मोबाइल पर पड़े मिस्ड कॉल पर फोन लगाकर पूछा था। तब महिला ने कमलेश के मड़ीखेड़ा डेम के पास उतरने की बात बताई थी।
पुल के पास मिले थे कपडे और कुछ सामान -
कमलेश के मड़ीखेड़ा डेम के पास उतरने की सूचना मिलने के बाद ससुराली और मायके वाले तलाश में मड़ीखेड़ा डेम पहुंच गए थे। यहां तलाशी के दौरान नरवर-सतनबाड़ा मार्ग पर बने ठाकुर बाबा पुल के पास सोमवार की शाम कमलेश का कुछ सामान मिला था। लेकिन कमलेश और उसके बेटे का कोई सुराग नहीं लग सका था। बाद में इसकी सूचना सतनवाड़ा थाना और फिजिकल थाना पुलिस को दी गई थी। सूचना के बाद सोमवार की शाम सतनबाड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। साथ ही एसडीईआरएफ की टीम को भी बुलाया गया था। लेकिन रात होने की बजह से पुल के नीचे भरे पानी में तलाशी अभियान शुरू नहीं किया जा सका था।
बेटे का मिला शव, मां लापता -
जानकारी के मुताबिक़ एसडीईआरएफ की टीम आज मंगलवार की सुबह 6 बजे महिला और उसके बेटे की तलाश शुरू कर दी थी। तलाशी के दौरान सुबह 11 बजे एसडीईआरएफ की टीम को डेढ़ साल के मासूम का शव मिल गया था। लेकिन कमलेश का कोई सुराग मंगलवार की देर शाम तक नहीं लग सका हैं। फिलहाल टीम तलाशी अभियान में जुटी हुई हैं।
मामा के चली गई थी भांजी, बच गई जान -
जानकारी के मुताबिक़ सोमवार की सुबह कमलेश घर से बिना बताये अपने बेटे के साथ निकल गई थी। उस वक्त उसकी तीन साल की बेटी रियाना अपने मामा सुनील के साथ नास्ता लेने बाजार गई हुई थी। ऐसे में अगर रियाना घर होती तो उसे भी कमलेश अपने साथ ले जाती। कमलेश और उसका और उसका डेढ़ साल का मासूम बेटा किन हालातों का शिकार हुए इसका पता फिलहाल नहीं लग सका हैं। बताया गया हैं कि कमलेश की शादी सात साल पहले पारागढ गांव के रहने वाले भोलाराम बघेल से हुई थी दोनों के दो बच्चे थे। भोलाराम कोलारस क्षेत्र में काम करता था। इस मामले की पड़ताल दो थानों की पुलिस कर रही हैं।