केंद्रीय मंत्री सिंधिया का फर्जी पत्र बनाकर कंट्राेल आवंटन की अनुशंसा, दाे पर एफआईआर

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केंद्रीय मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया के लेटरहेड पर आए दाे पत्राें ने अफसराें के हाेश उड़ा दिए। क्याेंकि दाेनाें पर जावक नंबर एक ही था। एक में शराब दुकान काे बंद करने के लिए लिखा गया था। इसी पत्र से कूटरचित पत्र तैयार कर समिति प्रबंधक प्राथमिक वनाेपज सहकारी समिति लखारी खनियाधाना काे दिया गया। जिसमें लाेकपाल लाेधी काे कंट्राेल आवंटन की अनुशंसा की गई थी। जब समिति प्रबंधक ने यह पत्र खाद्य विभाग में दिया ताे जांच पड़ताल शुरू हुई। जिसमें यह पत्र फर्जी पाया गया। इसके बाद थाना बामाैरकलां में आराेपित करन सिंह लाेधी आैर लाेकपाल लाेधी दाेनाें निवासी नयागांव बिजरावन खनियाधाना के खिलाफ शनिवार काे एफआईआर दर्ज की गई है। 

दरअसल केंद्रीय मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया का एक पत्र 22 जुलाई 2024 काे जारी हुआ था। जिसमें पिछाेर थानान्तर्गत शराब का ठेका बंद कराए जाने एवं साैरभ ठेकेदार से दुकान वापस कराए जाने का उल्लेख किया गया था। कलेक्टर ने पत्र मिलने के बाद आबकारी विभाग काे कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था। यह पत्र करन सिंह की शिकायत पर लिखा गया था। इसके बाद इसी पत्र के आधार पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया का एक फर्जी पत्र तैयार किया गया। यह पत्र समिति प्रबंधक प्राथमिक वनाेपज सहकारी समिति लखारी खनियाधाना काे करन सिंह ने खुद जाकर दिया। जिसमें लाेकपाल लाेधी काे कंट्राेल की दुकान आवंटन करने की अनुशंसा की गई थी। जब यह पत्र लेकर समिति प्रबंधक खाद्य विभाग में पहुंचे ताे वह भी हैरान रह गए। क्याेंकि इस प्रकार किसी समिति प्रबंधक के पास पत्र कभी नहीं भेजा जाता है। यदि केंद्रीय मंत्री किसी भी मामले में पत्र लिखते हैं ताे वह कलेक्टर के माध्यम से ही संबंधित विभाग तक पहुंचता है। जब खाद्य विभाग ने जांच शुरू की ताे कलेक्टर कार्यालय से जावक नंबर के आधार पर पत्र निकाले गए। जिसमें पता चला कि शराब दुकान पर कार्रवाई काे लेकर जाे पत्र आया था, उस जावक नंबर का इस्तेमाल कर नकली पत्र तैयार किया गया है। इसके बाद बामाैर कलां में करन सिंह और लाेकपाल लाेधी के खिलाफ भादवि की धारा 318(4), 338, 336(3) के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई है।  

नहीं था शासकीय शराब ठेका -

कलेक्टर के निर्देश पर जब आबकारी विभाग ने शराब दुकान की जांच शुरू की ताे पता चला कि बिजरावन खनियाधाना में काेई लायसेंसी शराब दुकान ही नहीं है। यहां अवैध रूप से जंडेल सिंह लाेधी द्वारा शराब बेची जा रही थी। जब टीम ने छापा मारा ताे 16 पाव देशी मदिरा के मिले। अवैध शराब बेचने के मामले में आराेपित जंडेल सिंह लाेधी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया था।
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